गोपालगंज: आज़ से 10 रोज़ पहले लखपतिया मोड़ से तिरबिरवां होते हुए हिरापाकड़ मसान थाना जाने वाली रोड को लेकर स्थानीय जनता सैकड़ो के तादाद मे सड़क पर उतर आई थी लोगो में इतना गुस्सा था कि वो लोग लखपतिया मोड़ से गांव के तरफ़ जाने वाली मुख्य पथ को पूरी तरह बन्द कर दिए थे जिससे ज्यादतर लोगों को आने जाने में काफ़ी परेशानिया का सामना करना पड़ा । लोगों में इतना आक्रोश था कि वो लोग कई घण्टों तक रोड़ पर अपना डेरा जमाए बैठें रहें फिर कुछ स्थानीय बुद्धजीवी वर्ग के लोगों के समझाने पर वहा से राहगीरों को आने और जानें दिए पर विरोध करना नही छोडे उन लोगों का मांग था कि ये सड़क लगभग 10 साल पहले बनी थी उसके बाद आज़तक नही बनी इस सड़क से हर रोज़ हज़ारो के तदाद से लोग गुज़रते हैं ये पथ सहर से आने जाने का एक मुख्य रास्ता है इस रास्ते से कई गांवों के लोग गुज़रते हैं खाश कर के दियरा के लोग इसी रास्ते से जाते हैं लोगो का कहना था कि इस रोड से कई कई बार जनप्रतिनिधि प्रसासन भी गुज़र चूंकि हैं पर अभी तक इस रोड का बदहाल स्तिथि को ठीक करने या लिख कर विभागीय अधिकारियों को देने का कार्य कोई नही किया उस दिन आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने वाले सामाजिक कार्यकर्ता से हमारी टीम बात की मो0 इरफ़ान अली गुड्डू जी से तो उन्होंने बताया कि ये रास्ता क़रीब करीब 10 सालों से इसी हाल में हैं हर समय हम लोग सुनते हैं कि टेंडर हो गया है पर बनता कभी नही क्या हम सब ग्रामीण जनता को झूठी तसली दी जाती हैं या हम लोगो की जज़्बात से खेला जाता हैं हम लोग विरोध कर इस रास्ते को बनवाने की मांग की थी पर आज़ क़रीब 10 रोज़ बाद भी कोई अला अधिकारी या कोई विभागीय अधिकारी इस रोड को देखने या कोई जाँच करने नही आया क्या बिना रोड के विकास संभव हैं अगर नही है तो क्या हमारे पँचायत के लोगों का विकास से किसी को मतलब नही है मै माँग करता हूँ यहाँ के प्रसासन सदर विधायक जी सांसद महोदय से की आप लोग एक बार इस रास्ते को आकर कम से कम देखें तब शायद लगेगा कि किसी ने सच ही कहा था कि चराग़ सबकों रौशनी देता हैं पर अपने निचली हिस्सा कों छोड़ कर पूरा देश में विकास हुआ होगा पर मेरे गाँव में आज़ भी 1970 की खुश्बू आती हैं हमे भी 2018 में लाइए हमारा भी हक़ हैं हमारे गाँव में भी विकास हों जय हिंद वही दूसरा व्यक्ति बादल यादव ने कहा कि क्या अधिकारी लोग कोई बड़ा आंदोलन का इंतज़ार कर रहे हैं तो हम उस दिन भी कह चुके हैं कि हम लोग हम लोग N H 28 भी जाम करने से नही चूकेंगे एक और साथी जावेद अली जग्गू से बात हुई तो उन्होंने बताया कि इस रास्ते से हज़ारो के तदाद में बच्चे बच्चियां सुबह 5 बज़े से पढ़ने जाते हैं कई बार उन लोगो का एक्क्सीडेंट भी हुआ है कुछ वर्ष पहले एक दो जान भी चली गई हैं ।