*गरीब* *सेवा* *मंच* *गोपालगंज*
वक़्त हालात और मदद का बहुत ख़ूब रिसता है
लेकिन जब बात इन चीज़ों मै से छन्ने की आए तो इन्सान को सबसे पहले मदद को चुना चाइए
आप पैसे ,सेहत ,ब्लड , और बहुत से सोर्स है मदद करने के लिए
आज के भाग दौड़ और इस रंजिस भरी ज़िन्दगी से वक़्त निकाल के एक टीम बनी जो ग़रीब सेवा मंच के नाम से जानी जाती है मै ख़ुद जूड़ा हूँ और जितने साथी है इस टीम मै वो सब लोग क़ाबिले तारीफ़ है
कुछ दिन पहले एक ख़बर मिली के एक बच्ची की शादी है 8/4/2018 और वो पैसे से ग़रीब हैं ये सुना था की ग़रीब सेवा मंच ने मिल के उनके घर आने वाली बारात के लिए 275 नास्ता का पैक्ट का इंतज़ाम किया
आज इतनी बारिश के बावजूद भी टीम ने अपना काम बा ख़ूबी निभाया और नास्ता का पैक्ट उनके घर पहुँचा के अपना फ़र्ज़ निभाया
शुक्रिया उन तमाम युवा मंच के साथियों का जिन्होंने ऐशे इंसानियत के काम मै बढ़ चड़ के हिस्सा लिय