पटना, जेएनएन। लोकसभा चुनाव के लिए बिहार में सीटों का समझौता होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के सीएम नीतीश कुमार एक साथ एक मंच से लोगों को संबोधित करेंगे और बिहार में मजबूत एनडीए का संदेश देने की कोशिश करेंगे। एनडीए की होने वाली रैली में सबसे दिलचस्प बात यह होगी कि नौ साल के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार किसी चुनावी सभा को एक साथ संबोधित करेंगे।
ऐसे में लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पटना में होने वाली एनडीए की संभावित रैली में जब दोनों नेता एक सियासी मंच पर दिखेंगे तो सभी की नजरें टिकी रहेंगी। पटना में एनडीए की इस मेगा रैली की संभावित तारीख तीन मार्च मानी जा रही है।
कभी नीतीश ने नरेंद्र मोदी को बताया था सांप्रदायिक
रैली को लेकर जाहिर है कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंच से नरेंद्र मोदी को एक बार फिर बिहार की जनता से प्रधानमंत्री बनाने की अपील करेंगे। लेकिन इस रैली में एक बात ध्यान देने वाली ये भी रहेगी कि कभी नरेंद्र मोदी को सांप्रदायिक बताने वाले नीतीश कुमार मोदी के पक्ष में वोट मांगेंगे और उनकी उपलब्धियां भी बताएंगे।
कभी पीएम मोदी और सीएम नीतीश के बीच हुई थी जुबानी जंग
2015 के बिहार विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जुबानी जंग काफी चर्चित रही थी। लेकिन चार साल के दौरान आज बिहार की सियासत की तस्वीर काफी बदल चुकी है। बीजेपी और जदयू की आज बिहार में गठबंधन सरकार है और साथ ही मोदी-नीतीश के संबंध भी नए दौर में पहुंच चुके हैं।