शराफत के नाम पर जो लोग कांग्रेस से उम्मीद कर रहे हैं कि वह पप्पू यादव और अनंत सिंह को अपना उम्मीदवार नहीं बनाएगी, उन्हें निराशा हाथ लग सकती है। कांग्रेस उन्हें उम्मीदवार बनाने के लिए ठोस तर्क गढ़ रही है। वह है-जीतने वाला चेहरा चाहिए। चमक वाले चेहरों से कांग्रेस को क्या मिला? देश भर में सिर्फ 44 सीटें मिली थीं। असल चीज है संसद और विधानसभा में ताकत बढ़ाना। इसके लिए सब जायज है। कांग्रेस अपने दावे की सीटों का मसला भी दो दिन बाद हल कर लेगी।…
Read Moreबिहार के राजनीतिक गलियारों में कांग्रेस के बाद अब राजद ने ताकत दिखाने की तैयारी कर ली है। राजद आज (7 फरवरी) से तीन दिवसीय बेरोजगारी हटाओ-आरक्षण बढ़ाओ यात्रा शुरू कर रहा है। इस यात्रा की पहली सभा दरभंगा में है। इसका समापन 9 फरवरी को भागलपुर में होगा। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस यात्रा की जानकारी पहले ही ट्वीट कर दे दी है। बेरोजगारी हटाओ-आरक्षण बढ़ाओ यात्रा महागठबंधन में सीटों को लेकर जारी तनातनी के बीच राजद अपने दम पर बिहार में बेरोजगारी हटाओ-आरक्षण बढ़ाओ यात्रा…
Read Moreबीजेपी के फायर ब्रांड नेता योगी आदित्यनाथ बंगाल के बाद अब बिहार आ रहे हैं। वे गुरुवार को पहली बार सीमांचल में बीजेपी को मजबूत होने का मंत्र देंगे। बीजेपी कैसे मजबूत हो, इसकी रणनीति बताएंगे। लोकसभा 2019 में बीजेपी को सफलता दिलाने के कार्यकर्ताओं को चुनावी टिप्स देंगे। उनमें जान फूंकने का काम करेंगे। योगी आदित्यनाथ के पूर्णिया में आयोजित इस कार्यक्रम को लेकर सीमांचल में राजनीतिक हलकों में काफी चर्चाएं हो रही हैं। सभी दलों की निगाहें उनके इस कार्यक्रम पर टिकी हैं तथा उनके आने के राजनीतिक…
Read Moreबिहार में राहुल गांधी की रैली के बाद बड़ा सवाल यह हैकि आखिर इससे कांग्रेस को क्या मिलेगा? इसका सही जवाब चुनाव के बाद मिलेगा, लेकिन उससे भी बड़ी चीज पार्टी को रैली की तैयारी के दौरान ही हाथ लग गई। वह है- एकजुटता। इतिहास गवाह है कि बिहार में कांग्रेस आपसी सिर फुटौव्वल नीति के कारण तबाह होती चली गई थी। ऐसे में यह एकजुटता बड़ी उपलब्धि है। राज्य में कांग्रेस की सत्ता आपसी सिर फुटौव्वल के चलते गई थी। भागलपुर दंगा याद होगा। उस समय दो पूर्व मुख्यमंत्री उलझ…
Read Moreजन आकांक्षा रैली के जरिए पटना के गांधी मैदान में 29 वर्षों के बाद बिहार कांग्रेस ने अपनी सियासी आकांक्षा का इजहार किया। रविवार को हुई पार्टी सुप्रीमो राहुल गांणी की इस रैली के बाद अब बारी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की है। लोकसभा चुनाव में सीटों की हिस्सेदारी और हैसियत बढ़ाने के मुद्दे पर महागठबंधन में जारी रस्साकशी के बीच सहयोगी दलों से अलग राजद अपने दम पर 'बेरोजगारी हटाओ-आरक्षण बढ़ाओ' यात्रा शुरू करने जा रहा है। खास बात यह है कि यह यात्रा उन क्षेत्रों में हो रही…
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